एक विधवा थी उसके दो बेटे थे , एक बेटा नीचे वाले
माले पे रहता था दूसरा ऊपर वाले
माले पे रहता था विधवा माँ १५ दिन एक बेटे के यहाँ खाना खाती थी विधवा माँ १५ दिन दुसरे बेटे के यहाँ खाना खाती
थी. पर ये विधवा माँ का दुर्भाग्य था कि साल में जो जो महीने ३१ दिनों के होते थे उस एक
दिन उस विधवा माँ को उपवास रखना पड़ता था
९ महीने पेट में रखने वाली माँ को भूखा रहना
पड़ता था
- स्वामी नाथ पाण्डेय
उपन्यास पूरा डालो
ReplyDeleteपूरा ही है
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पूरा ही है
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