रंग दुनिया ने दिखाया है निराला तो निराला देखूँ ….
है अँधेरे में उजाला तो उजाला देखूँ …
आइना रख दे मेरे हाथ पर ,
आखिर मै भी …कैसा लगता हूँ तेरा चाहने वाला देखूँ ….
और जिसके आँगन से खुले थे सारे रास्ते ,
उस हवेली पर कैसे ताला देखूँ …:)..
है अँधेरे में उजाला तो उजाला देखूँ …
आइना रख दे मेरे हाथ पर ,
आखिर मै भी …कैसा लगता हूँ तेरा चाहने वाला देखूँ ….
और जिसके आँगन से खुले थे सारे रास्ते ,
उस हवेली पर कैसे ताला देखूँ …:)..
-कुमार विश्वास
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